मासा ऑनलाइन कन्वेंशन : 26 नवंबर हड़ताल और मजदूर संघर्ष अभियान (18 अक्टूबर, 5 बजे शाम, फेसबुक लाइव)

मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के ऑनलाइन कन्वेंशन, जिसमें 18 अक्टूबर से 18 दिसंबर तक मजदूर संघर्ष अभियान और 26 नवंबर आम हड़ताल को समर्थन देने की घोषणा की गई, का पूरा विडियो देखने के लिए नीचे क्लिक करें … More मासा ऑनलाइन कन्वेंशन : 26 नवंबर हड़ताल और मजदूर संघर्ष अभियान (18 अक्टूबर, 5 बजे शाम, फेसबुक लाइव)

Make the Online Convention of MASA (18 Oct, 5 pm) a grand success! [Resolution]

हिंदी में प्रस्ताव पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें Click here to watch the complete Convention In support of our demands to: Rollback the Labour Codes and anti-worker provisions in the labour laws! Rollback the pro-corporate and anti-farmer new Farm Bills! Rollback the ongoing attempt to sell-off the Public Sector Enterprises! Reject the practice of Contract Labour! Reject the creation … More Make the Online Convention of MASA (18 Oct, 5 pm) a grand success! [Resolution]

मासा के ऑनलाइन कन्वेंशन (18 अक्टूबर, 5 बजे) को सफल करें! [प्रस्ताव]

Click here to read the Resolution in English ऑनलाइन कन्वेंशन की पूरी विडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें हमारी निम्नलिखित मांगों के साथ : नए श्रम कोड तथा मजदूर कानूनों में मजदूर-विरोधी प्रावधान वापस लो! नए कॉर्पोरेट-पक्षीय किसान-विरोधी कृषि बिल वापस लो! सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (पीएसयू) को बेचने के कदम वापस लो! ठेका प्रथा पर रोक लगाओ! महामारी में मजदूरों के लिए संकट … More मासा के ऑनलाइन कन्वेंशन (18 अक्टूबर, 5 बजे) को सफल करें! [प्रस्ताव]

Victorious local struggle against inedible ration and notorious PDS dealer [Patna] / खराब राशन व डीलर की गुंडागर्दी के खिलाफ स्थानीय संघर्ष विजयी [पटना]

Nayachak, Patna; 4 October 2020 After witnessing the people’s discontent at the PDS distribution of abysmal quality of ration unfit for human consumption, organization’s comrades raised the demand of better quality ration. Following this, the notorious local PDS dealer physically assaulted our comrade and started giving threats. Despite this, we stayed put which led to … More Victorious local struggle against inedible ration and notorious PDS dealer [Patna] / खराब राशन व डीलर की गुंडागर्दी के खिलाफ स्थानीय संघर्ष विजयी [पटना]

दिवंगत कॉमरेड कृष्णा देवी को लाल सलाम!

बंगाल से हमारी पार्टी के लिए एक और दुखद खबर! दिवंगत कॉमरेड कृष्णा देवी को लाल सलाम! अपने दौर में, जब सीपीएम-नीत वामफ्रंट की गुंडावाहिनी का कोयलांचल में आतंक था और संगठन करने का अर्थ बुरी तरह पीटा जाना या जान गंवाने के समतुल्य था (उस दौर में हमारे आधा दर्जन साथी ऐसी ही गुंडवाहिनी … More दिवंगत कॉमरेड कृष्णा देवी को लाल सलाम!

श्रम सुधार : श्रम संहिताओं का आगमन, श्रमिक अधिकारों का अवसान

एस. राज // श्रम कानूनों और मजदूर वर्ग के सभी जनवादी अधिकारों को ध्वस्त करना इतिहास में किसी भी फासीवादी सरकार के प्रमुख लक्ष्यों में एक रहा है। इसी तरह भाजपा-आरएसएस की मोदी सरकार ने भी 2014 आम चुनाव जीत कर सत्ता में आने के बाद से ही देश में 44 केंद्रीय श्रम कानूनों की … More श्रम सुधार : श्रम संहिताओं का आगमन, श्रमिक अधिकारों का अवसान

कृषि विधेयक : कृषि नीति के मौजूदा बदलाव सरमाएदारों पर महर – गरीबों पर कहर

एस. वी. सिंह // भारत के किसान की ‘मुक्ति’ का नम्बर भी आखिरकार लग ही गया!! मोदी सरकार समाज के एक के बाद दूसरे हिस्से की ‘मुक्ति’ की हड़बड़ी में है, रुकने-सुनने को बिलकुल तैयार नहीं। ‘मुक्ति’ से बचने की कोई गुंजाईश ही नहीं! इस बार, लेकिन, लगता है कुछ ज्यादा ही हो गया। सशक्त … More कृषि विधेयक : कृषि नीति के मौजूदा बदलाव सरमाएदारों पर महर – गरीबों पर कहर

बिहार चुनाव : जनविरोधी सरकार से हिसाब चुकता करें!

शेखर // पूंजीवादी-साम्राज्‍यवादी तथा फासीवादी लूट की व्‍यवस्‍था को खत्‍म करने के लिए समाजवाद के लक्ष्‍य के साथ आगे बढ़ें! [पिछले अंक से जारी] बिहार चुनाव में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। पहले दौर का नामांकन दो दिनों बाद शुरू होने वाला है। चुनावी पार्टियों के बीच आपसी गठबंधन … More बिहार चुनाव : जनविरोधी सरकार से हिसाब चुकता करें!

अभूतपूर्व बेरोजगारी और भारतीय पूंजीवाद

प्रसाद वी. // कोरोना के कारण किए गए लॉकडाउन ने भारत में बेरोजगारी दर को इतिहास में कभी न देखे गए स्तर तक पहुंचा दिया है। संकट इस वजह से और भी गंभीर हुआ क्योंकि सरकार ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता तक के लिए कोई व्यापक श्रम साध्य कार्यक्रम नहीं लिया जैसा ऐसे संकटों में … More अभूतपूर्व बेरोजगारी और भारतीय पूंजीवाद

इतिहास के पन्नों से – सोफी शोल : फासीवाद विरोधी बहादुर योद्धा

एम. असीम // जर्मन नाजियों ने करोड़ों की तादाद में यहूदियों, जिप्सीयों, स्लावों, आदि का जनसंहार तो किया ही था, 1933 से 1945 के दौरान हिटलर के फासिस्ट शासन का प्रतिरोध करते हुए 77 हज़ार जर्मन नागरिकों को भी कोर्ट मार्शल और नाज़ियों की तथाकथित विशेष या ‘जन अदालतों’ द्वारा मौत की सज़ा दी गयी … More इतिहास के पन्नों से – सोफी शोल : फासीवाद विरोधी बहादुर योद्धा