फासीवाद की नई प्रयोगशाला – यूपी मॉडल

गोर्गी दिमित्रोव ने सही कहा था कि “कम्युनिस्ट इंटरनेशनल की 13वीं कार्यकारी समिति ने फासीवाद की बिल्कुल सटीक परिभाषा दी है कि फासीवाद वित्तीय पूंजी के सबसे प्रतिक्रियावादी, सबसे अंधराष्ट्रवादी और सबसे साम्राज्यवादी तत्वों की खुली आतंकी तानाशाही को कहते हैं।” लेकिन अगर आम लोगों को फासीवाद समझना हो तो वे पिछले कुछ दिनों में … More फासीवाद की नई प्रयोगशाला – यूपी मॉडल

पर्यावरण प्रभाव समीक्षा अधिसूचना 2020 पर्यावरण के लिए विनाशकारी है

एस. वी. सिंह // केंद्र सरकार के ‘पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय’ ने दिनांक 11 अप्रैल 2020 को ‘पर्यावरण संरक्षण नियम, 1986 की धारा 5 (3) के तहत जन प्रतिक्रिया जानने के लिए आवश्यक 60 दिन का समय देते हुए ‘पर्यावरण प्रभाव समीक्षा अधिसूचना 2020’ जारी की। उक्त कानून के तहत अपनी प्रतिक्रिया देने … More पर्यावरण प्रभाव समीक्षा अधिसूचना 2020 पर्यावरण के लिए विनाशकारी है

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : शिक्षा के विध्वंस का रोडमैप

एस. राज // राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP)[*] को 29 जुलाई 2020 को भाजपा सरकार की केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूरी दे दी गई। इंदिरा गांधी सरकार द्वारा पारित पहली राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1968 और राजिव गांधी सरकार की द्वितीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में निजी पूंजी के लिए दरवाजे खोले और … More राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : शिक्षा के विध्वंस का रोडमैप

कोविद महामारी और फासीवाद के खतरों के बीच बिहार चुनाव

शेखर // बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है और इसकी सरगर्मियां देखी जा सकती हैं। इसका अहसास पूरे राजनैतिक वातावरण में अब महसूस किया जा सकता है। जो बात सबसे पहले दिखाई दी वह यह थी कि संसदीय वाम और  क्रांतिकारी वाम दोनों की तरफ से  देश व राज्य में लगातार बढ़ते कोविद-19 संक्रमण … More कोविद महामारी और फासीवाद के खतरों के बीच बिहार चुनाव

प्रथम इंटरनेशनल के स्‍थापना दिवस (28 सितंबर 1864) के अवसर पर

शेखर // “मजदूर वर्ग की मुक्ति स्‍वयं मजदूर वर्गों द्वारा हासिल की जानी चाहिए” – ये शब्‍द प्रथम इंटरनेशनल की आम नियमावली बनाते समय मजदूर वर्ग के महानतम नेता और शिक्षक कार्ल मार्क्‍स ने लिखे थे। मजदूर वर्ग के मुक्ति आंदोलन को जिन बेहद जरूरी बातों को ध्‍यान में रखना चाहिए उनमें से यह सबसे … More प्रथम इंटरनेशनल के स्‍थापना दिवस (28 सितंबर 1864) के अवसर पर

भगत सिंह की विरासत

प्रसाद वी. // भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी सेनानी भगत सिंह की 113वीं जयंती (28 सितंबर) एक ऐसे समय में पड़ रही है, जब चरमपंथी दक्षिणपंथी आरएसएस सहित विभिन्न वैचारिक समूह उनकी विरासत पर दावा करने और उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय मानस में उन्हें जो लोकप्रियता और सम्मान प्राप्त … More भगत सिंह की विरासत

अमरीकी चुनाव – विकल्पहीन मेहनतकश जनता

एम. असीम // ‘न्यूयॉर्क में एक महंगी चंदाउगाहू बैठक में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमीर दाताओं को भरोसा दिलाया कि अगर वो चुने गए तो “कोई बुनियादी परिवर्तन नहीं होगा”।  ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक बाइडेन ने मंगलवार शाम (16 जून – सं) मैनहैटन के कार्लाइल होटल के आयोजन में दाताओं से कहा कि वो … More अमरीकी चुनाव – विकल्पहीन मेहनतकश जनता

पूंजीवाद का संकट – मजदूरों की तबाही

31 अगस्त को अप्रैल-जून 2020 की तिमाही जीडीपी में पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23.9% कमी के आँकड़े जारी हुए। कृषि के अतिरिक्त सभी क्षेत्रों में भारी गिरावट दर्ज की गई – निर्माण – 50%, मैनुफेक्चुरिंग – 39.3%, व्यापार व होटल – 47%, सेवा – 20%, विद्युत – 7%। दुनिया की … More पूंजीवाद का संकट – मजदूरों की तबाही

प्रशांत भूषण अवमानना मामला : बुर्जुआ जनवादी सीमाओं के पार

ए. प्रिया // 12 जनवरी 2018 को सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जजों द्वारा “जनतंत्र खतरे में है” की चेतावनी के साथ किए गए ऐतिहासिक प्रेस कांफ्रेंस के बाद, अब सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ स्वतः संज्ञान में लिया गया अवमानना का मुकदमा भारतीय न्याय व्यवस्था की असलियत … More प्रशांत भूषण अवमानना मामला : बुर्जुआ जनवादी सीमाओं के पार

विश्व बैंक के कब्जे में सार्वजनिक शिक्षा

टी. नारायणन वटोली // हमारी सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली अपनी अंतिम सांस ले रही है। इंटरनेशनल डेवलपमेंट बैंक की नई परियोजना, ‘स्टार्स’ [STARS – स्ट्रेंग्थेनिंग टीचिंग, अधिगम, एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स], इसके ताबूत पर अंतिम कील लगाने के कार्य को पूरा करने के लिए शुरू की गई है। विश्व बैंक ने 1994 में इस अनछिपी मंशा … More विश्व बैंक के कब्जे में सार्वजनिक शिक्षा