Patna, 18 October 2020: A protest demonstration against the anti-democratic policy of Central Government to arrest human rights activists and dissenters in false cases was organized by the initiative of Peoples Union for Civil Liberties (PUCL), Bihar at Buddha Smriti Park in which around 150 people participated.
विरोध के स्वर को दबाना लोकतंत्र की हत्या है!
पटना, 18 अक्टूबर 2020 : पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज / लोक स्वातंत्र्य संगठन (PUCL) , बिहार के तत्वावधान में मानवाधिकारों , जनतांत्रिक अधिकारों एवं नागरिक स्वतंत्रताओं पर देश में हो रहे हमले के खिलाफ बुद्ध स्मृति पार्क , फ्रेजर रोड , पटना के समीप एक विरोध प्रदर्शन एवं सभा का आयोजन किया गया ।
इस कार्यक्रम में राजधानी पटना के बुद्धिजीवियों , संस्कृति कर्मियों , सामाजिक – राजनीतिक कार्यकर्त्ताओं , छात्रों – युवाओं , महिलाओं , आदि की व्यापक भागीदारी हुई। करीब 2 घंटे तक चली प्रतिरोध सभा में लगभग 150 लोगों की सहभागिता हुई।वक्ताओं ने देश के राजनीतिक परिदृश्य पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आम नागरिकों को संगठित होकर मानवाधिकारों के हनन के विरोध में जोरदार आवाज उठानी चाहिए। देश में फासीवादी तानाशाही थोपने के संघ परिवार और भाजपा के नापाक मंसूबों को चकनाचूर करने के लिए आम आदमी को सशक्त जन आंदोलन खड़ा करना चाहिए। यही एकमात्र विकल्प है। जनता की जीत और फासीवादियों की हार निश्चित है।



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