खस्ताहाल मध्य वर्ग और उसकी गिरती आय की स्वीकारोक्ति

संपादकीय | सर्वहारा #71-73 (1 मार्च – 15 अप्रैल 2025) इस संबंध में देश के प्रतिष्ठित अखबारों (जैसे कि इकोनॉमिक टाइम्स और फाइनेंशियल टाइम्स) में छपी पूंजीवादी थिंक-टैंक के एक सदस्य सौरभ मुखर्जी (मार्सेलस इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी) की रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत के मध्य वर्ग की आर्थिक … More खस्ताहाल मध्य वर्ग और उसकी गिरती आय की स्वीकारोक्ति

सड़ता बीमार पूंजीवाद बोलने की जरा भी आजादी को सहन करने को कतई तैयार नहीं

मुकेश असीम | सर्वहारा #71-73 (1 मार्च – 15 अप्रैल 2025) पूंजीवादी व्यवस्था का दावा रहा है कि उसने जनतंत्र कायम किया और सभी को अभिव्यक्ति का जनतांत्रिक अधिकार दिया है, हालांकि सच्चाई यह है कि पूंजीवाद में हर अधिकार वास्तव में सम्पत्तिशालियों के लिए ही होता है। संपत्तिहीन मजदूर मेहनतकश इन अधिकारों का प्रयोग … More सड़ता बीमार पूंजीवाद बोलने की जरा भी आजादी को सहन करने को कतई तैयार नहीं

भगत सिंह की 94वीं शहादत दिवस पर इफ्टू (सर्वहारा) की गतिविधियां

शहीद ए आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के 94वें शहादत दिवस पर हरिपुर, पश्चिम बर्धमान (बंगाल) में आईएफटीयू (सर्वहारा) केंद्रीय कार्यालय के समक्ष श्रधांजलि एवं पथ सभा सम्पन्न हुई। पटना में भी मलाही पकड़ी चौक पर शाम 6 बजे से खुली सभा आयोजित कि गई जिसमें निर्माण मजदूर संघर्ष यूनियन के अलग-अलग इलाके के … More भगत सिंह की 94वीं शहादत दिवस पर इफ्टू (सर्वहारा) की गतिविधियां

‘फ्रीबीज-रेवड़ियां’ सिर्फ पूंजीपतियों को ही, गरीब इससे मुफ्तखोर बनते हैं! 

संपादकीय | ‘यथार्थ’ पत्रिका (जनवरी-मार्च 2025) बजट व अन्य आर्थिक नीतियां – ‘फ्रीबीज-रेवड़ियां’ सिर्फ पूंजीपतियों-अमीरों को ही, गरीब इससे मुफ्तखोर बनते हैं! – फासीवादी दौर का ‘वेलफेयर’ मॉडल सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर चुनावों के पहले मुफ्त चीजें या फ्रीबीज देने के राजनीतिक दलों के वादे पर नाराजगी जताई और कहा कि लोग काम … More ‘फ्रीबीज-रेवड़ियां’ सिर्फ पूंजीपतियों को ही, गरीब इससे मुफ्तखोर बनते हैं! 

नई आर्थिक नीतियों के बारे में एक बार फिर से

अजय सिन्हा | ‘यथार्थ’ पत्रिका (जनवरी-मार्च 2025) आम तौर पर 1991 में नरसिम्हा राव की सरकार के दौर की आर्थिक नीतियों पर चर्चा होती है, तो प्राय: तत्कालीन भारतीय अर्थव्यवस्था के वास्तविक कार्यचालन (actual working) को उजागर करने पर हमारा ध्यान न के बराबर होता है। ध्यान महज नीतियों के अच्छे या बुरे होने पर … More नई आर्थिक नीतियों के बारे में एक बार फिर से

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मजदूरों के बीच परिचर्चाएं

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस जिंदाबाद! महिला दिवस के अवसर पर ‘विमुक्ता – स्त्री मुक्ति संगठन’ और आईएफटीयू (सर्वहारा) द्वारा विभिन्न राज्यों में आयोजित परिचर्चा पर खास रिपोर्ट। पश्चिम बर्धमान, पश्चिम बंगाल; 5-7 मार्च 2025: विमुक्ता – स्त्री मुक्ति संगठन और आईएफटीयू (सर्वहारा) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पश्चिम बर्धमान जिले के विभिन्न कोलिएरी क्वार्टरों … More अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मजदूरों के बीच परिचर्चाएं

बड़ी पूंजी (कॉरपोरेटों) के हक में आनन-फानन में किये जा रहे बिहार भूमि सर्वेक्षण पर रोक लगाओ!

भूमिहीनों, गरीबों को उजाड़ना बंद करो; भूमि पर उनका दावा बहाल करो! (बिहार में जारी वर्तमान भूमि सर्वेक्षण पर जन अभियान, बिहार द्वारा गांधी संग्रहालय, पटना में 9 जनवरी 2025 को आयोजित कन्वेंशन में पेश प्रपत्र।) जन अभियान, बिहार बिहार में चल रहे (बढ़ी हुई समय अवधि के साथ) भूमि सर्वे में अफरातफरी की स्थिति … More बड़ी पूंजी (कॉरपोरेटों) के हक में आनन-फानन में किये जा रहे बिहार भूमि सर्वेक्षण पर रोक लगाओ!

दिल्‍ली चुनाव 2025 में भाजपा की जीत के मायने

संपादकीय | ‘सर्वहारा’ #70 (16 फरवरी 2025) आखिरकार भाजपा ने दिल्ली जीत ली। लेकिन क्या वह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हवाले से किये गये वायदे भी पूरा करेगी? नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की चुनावी रैलियों में जनता से यह वादा किया है कि जीत मिलने पर हर महीने की 8 तारीख को हर महिला … More दिल्‍ली चुनाव 2025 में भाजपा की जीत के मायने

मारुति अस्थायी मजदूरों के आंदोलन पर दमन के खिलाफ आईएफटीयू (सर्वहारा) के प्रतिवाद प्रचार पर खास रिपोर्ट

‘सर्वहारा’ #70 (16 फरवरी 2025) मारुति‍ सुजुकी अस्‍थायी मजदूरों के शांतिपूर्ण तथा कोर्ट से आदेश प्राप्‍त प्रदर्शन व सभा पर पुलिस दमन तथा त्रिपक्षीय वार्ता के‍ लिए जुटे मजदूरों की गिरफ्तारी के खिलाफ कड़ा प्रतिवाद दर्ज करें! 14 फरवरी ‘मासा’ की पुकार पर विभिन्न राज्यों में हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल हों! आज के … More मारुति अस्थायी मजदूरों के आंदोलन पर दमन के खिलाफ आईएफटीयू (सर्वहारा) के प्रतिवाद प्रचार पर खास रिपोर्ट

पूंजीवाद का विकल्प पेश करने वाली मीडिया ही असली वैकल्पिक मीडिया : विश्व पुस्तक मेला में ‘सर्वहारा’ अखबार

‘सर्वहारा’ #70 (16 फरवरी 2025) दिल्ली में आयोजि‍त विश्व पुस्तक मेला में 8 फरवरी को ‘दिल्ली फॉर वर्कर्स’ मंच और ‘वर्कर्स यूनिटी’ मीडिया प्लेटफार्म द्वारा ‘समकालीन साहित्य और ‘पत्रकारिता में मजदूर’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में हुआ जिसके पहले सत्र में अंजलि देशपांडे और मारुति सुजुकी … More पूंजीवाद का विकल्प पेश करने वाली मीडिया ही असली वैकल्पिक मीडिया : विश्व पुस्तक मेला में ‘सर्वहारा’ अखबार