मई दिवस 2025 के अवसर पर इफ्टू (सर्वहारा) का पैगाम

✒️ इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियंस (सर्वहारा) अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (1 मई) को मजदूर अपने त्योहार के रूप में मनाएं! मजदूर वर्ग के गौरवशाली इतिहास को याद करें और इस संकटग्रस्त व घोर जनविरोधी पूंजीवादी व्यवस्था को परास्त करने की तैयारी करें! जाति-धर्म में ना बटें, अपनी मजदूर-वर्गीय पहचान को आगे करें! साथियो! हर साल … More मई दिवस 2025 के अवसर पर इफ्टू (सर्वहारा) का पैगाम

Working class unity only way to mount resistance against privatization and attack on workers’ rights!

An appeal to the entire working class including railway workers on occasion of the conference of All India Loco Running Staff Association (17th-18th Dec 2024, Patna) Class unity of workers is the only way to mount a strong resistance against the attack on workers’ rights and privatization! Let us be free ourselves from the category, … More Working class unity only way to mount resistance against privatization and attack on workers’ rights!

श्रमिक अधिकारों पर हमले व निजीकरण के खिलाफ श्रमिकों की वर्गीय एकता ही एकमात्र रास्ता है!

संपादकीय | 16 दिसंबर 2024‘सर्वहारा’ #66 | रेलवे विशेषांक [Click here to read in English] लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) के केंद्रीय सम्मेलन के अवसर पर रेल कर्मियों सहित पूरे मजदूर वर्ग से अपील श्रमिक अधिकारों पर हमले व निजीकरण के खिलाफ मजबूत प्रतिरोध हेतु श्रमिकों की वर्गीय एकता ही एकमात्र रास्ता है! कैटेगरी, इंडस्ट्री … More श्रमिक अधिकारों पर हमले व निजीकरण के खिलाफ श्रमिकों की वर्गीय एकता ही एकमात्र रास्ता है!

पटना मेट्रो व अन्य निर्माण कार्यों में असुरक्षा के कारण हो रही मजदूरों की मौत दुर्घटना नहीं, हत्या है!

निर्माण मजदूर संघर्ष यूनियन | ‘सर्वहारा’ #63 (1 नवंबर 2024) पटना में ठेकेदारों व ठेकेदार कंपनियों द्वारा सुरक्षा में बरती जा रही लापरवाही से होने वाले भयानक हादसों पर एक संक्षिप्‍त टिप्‍पणी।  मालिक-ठेकेदारों-कंपनी के मुनाफे के लिए हो रही इन हत्याओं के खिलाफ उठ खड़े हों! सबको पता होगा कि पटना में चल रहे मेट्रो … More पटना मेट्रो व अन्य निर्माण कार्यों में असुरक्षा के कारण हो रही मजदूरों की मौत दुर्घटना नहीं, हत्या है!

वंदे भारत के बाद अब पैसेंजर गाड़ियों के स्थान पर वंदे मेट्रो

एम असीम | ‘सर्वहारा’ #59 (16 सितंबर 2024) श्रमिकों पर मार – रेलयात्रा को कई गुना महंगा बनाने का प्रोजेक्ट 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद से भुज के लिए पहली वंदे मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खबर है कि रेलवे फिलहाल चल रही 3,500 पैसेंजर गाड़ियों को बंद कर … More वंदे भारत के बाद अब पैसेंजर गाड़ियों के स्थान पर वंदे मेट्रो

मजदूर वर्ग और जाति विनाश

संपादकीय | ‘सर्वहारा’ #59 (16 सितंबर 2024) जाति विनाश और इसके लिए आंदोलन मजदूर वर्ग का एक अहम और अत्‍यंत जरूरी कार्यभार है। मजदूर वर्ग जब तक जाति में बंटा है या बंटा रहेगा और जातिगत भेदभाव में फंसा रहेगा, तब तक उसकी मुक्ति की बात आगे नहीं बढ़ेगी। जातिगत भेदभाव ही क्‍यों, मजदूर वर्ग … More मजदूर वर्ग और जाति विनाश

ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच नारकीय और जानलेवा परिस्थितियों में सफर करने को मजबूर मजदूर-मेहनतकश जनता

शंकर कुमार | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) पिछले दिनों बॉम्बे हाई कोर्ट में दिए गए सेंट्रल और पश्चिमी रेलवे द्वारा ट्रेन से गिर कर या ट्रैक पर मरने वाले यात्रियों के आंकड़े चौकाने वाले हैं। दी गयी जानकारी के मुताबिक पिछले 20 सालों में केवल मुंबई लोकल ट्रेनों में 51,000 से ज्यादा लोग मारे … More ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच नारकीय और जानलेवा परिस्थितियों में सफर करने को मजबूर मजदूर-मेहनतकश जनता

धर्म जाति इलाके भाषा के आधार पर आपसी नफरत मजदूर आंदोलन के लिए जहर है

एम असीम | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) श्रमिकों में परस्पर नफरत का जहर फैलाने वालों को बेनकाब कर ही मजदूर अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो लड़ सकते हैं। 27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी में पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर साबिर मलिक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। … More धर्म जाति इलाके भाषा के आधार पर आपसी नफरत मजदूर आंदोलन के लिए जहर है

दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति

✒️ अंशु कुमारी | ‘सर्वहारा’ #57 (16 अगस्त 2024) मेरा नाम अंशु है। मैं एक सरकारी स्कूल में दसवीं की छात्रा हूं और इस लेख के माध्यम से अपने स्कूल में व्याप्त कुछ गंभीर समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहती हूं। ये समस्याएं न केवल मेरे और मेरे साथियों की पढ़ाई पर असर डाल … More दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति

महंगाई से त्रस्त मजदूरों की स्थिति बयान करता एक खत

✒️ राजीव कुमार | ‘सर्वहारा’ #57 (16 अगस्त 2024) (लेखक पटना के निर्माण क्षेत्र में दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं) आज देश में महंगाई सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। मैं 2020 में जम्मू-कश्मीर गया था काम करने। उस समय महंगाई आज की तुलना में कम थी। मात्र 450 रुपये दिहाड़ी मिलती थी वहां। … More महंगाई से त्रस्त मजदूरों की स्थिति बयान करता एक खत