मजदूर वर्ग और जाति विनाश

संपादकीय | ‘सर्वहारा’ #59 (16 सितंबर 2024) जाति विनाश और इसके लिए आंदोलन मजदूर वर्ग का एक अहम और अत्‍यंत जरूरी कार्यभार है। मजदूर वर्ग जब तक जाति में बंटा है या बंटा रहेगा और जातिगत भेदभाव में फंसा रहेगा, तब तक उसकी मुक्ति की बात आगे नहीं बढ़ेगी। जातिगत भेदभाव ही क्‍यों, मजदूर वर्ग … More मजदूर वर्ग और जाति विनाश

ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच नारकीय और जानलेवा परिस्थितियों में सफर करने को मजबूर मजदूर-मेहनतकश जनता

शंकर कुमार | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) पिछले दिनों बॉम्बे हाई कोर्ट में दिए गए सेंट्रल और पश्चिमी रेलवे द्वारा ट्रेन से गिर कर या ट्रैक पर मरने वाले यात्रियों के आंकड़े चौकाने वाले हैं। दी गयी जानकारी के मुताबिक पिछले 20 सालों में केवल मुंबई लोकल ट्रेनों में 51,000 से ज्यादा लोग मारे … More ट्रेनों में बढ़ती भीड़ के बीच नारकीय और जानलेवा परिस्थितियों में सफर करने को मजबूर मजदूर-मेहनतकश जनता

धर्म जाति इलाके भाषा के आधार पर आपसी नफरत मजदूर आंदोलन के लिए जहर है

एम असीम | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) श्रमिकों में परस्पर नफरत का जहर फैलाने वालों को बेनकाब कर ही मजदूर अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो लड़ सकते हैं। 27 अगस्त को हरियाणा के चरखी दादरी में पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर साबिर मलिक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। … More धर्म जाति इलाके भाषा के आधार पर आपसी नफरत मजदूर आंदोलन के लिए जहर है

एनजीओ नहीं क्रांति का रास्ता चुनें

विदुषी | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) आज दुनिया के हर कोने में मानव सभ्यता का अस्तित्व गंभीर खतरे में है। यूक्रेन और मध्य-पूरब एशिया में चल रही साम्राज्यवादी जंग से इसकी विनाशलीला झांक रही है, तो दूसरी तरफ इसे फासीवादी तानाशाही, जो अपने आप में जनता पर लादा गया एक बर्बर युद्ध ही है, … More एनजीओ नहीं क्रांति का रास्ता चुनें

उच्च विकास दर के साथ उच्च बेरोजगारी दर

संपादकीय | ‘सर्वहारा’ #58 (1 सितंबर 2024) विकास दर में वृद्धि से रोजगार और आम जनता के विकास का बचा-खुचा रिश्ता भी अब खत्म हो गया है। एशिया के सबसे तेज विकास दर वाले देश – खासकर चीन, बांग्लादेश और भारत – उच्च युवा बेरोजगारी दर से पीड़ित हैं। इन दिनों भारत सबसे उच्च दर … More उच्च विकास दर के साथ उच्च बेरोजगारी दर

जाति उन्मूलन कार्यक्रम की दिशा में | सर्वहारा जनमोर्चा

“जाति उन्मूलन का कार्यभार और मजदूर वर्ग का ऐतिहासिक मिशन” विषय पर 6 अक्टूबर 2024 को अंबेडकर भवन, दिल्ली में सर्वहारा जनमोर्चा (प्रोलेतारियन पीपल्स फ्रंट) द्वारा आयोजित कन्वेंशन का आधार पत्र (Click here to read in English) पूंजीपति व सर्वहारा के बीच मुख्य अंतर्विरोध के साथ ही भारतीय समाज में अन्य के साथ ही जाति … More जाति उन्मूलन कार्यक्रम की दिशा में | सर्वहारा जनमोर्चा

Towards a Programme of Caste Annihilation | Proletarian People’s Front

Base paper presented in the Convention organized by Proletarian People’s Front (Sarwahara Jan Morcha) on 6th October 2024 at Ambedkar Bhawan, Delhi on the topic “Caste Annihilation and Historical Mission of the Working Class” (हिंदी में पढ़ने हेतु यहां क्लिक करें) Besides the principal contradiction between the bourgeoisie and the proletariat, caste contradiction plays a … More Towards a Programme of Caste Annihilation | Proletarian People’s Front

महिलाएं अब अपने कदम पीछे नहीं खींचेंगी; रात पर उनका भी हक है!

संपादकीय | ‘सर्वहारा’ #57 (16 अगस्त 2024) आर. जी. कर अस्पताल की 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के जघन्य बलात्कार-हत्याकांड के दोषियों और 14 अगस्त की रात अस्पताल में तोड़फोड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा दो! 8 अगस्त की रात को आर.जी. कर अस्पताल की एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर की रात 2 बजे … More महिलाएं अब अपने कदम पीछे नहीं खींचेंगी; रात पर उनका भी हक है!

महंगाई कम होने का झूठा प्रचार

✒️ एम. असीम | ‘सर्वहारा’ #57 (16 अगस्त 2024) गुजरे जुलाई महीने की खुदरा महंगाई दर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 3.54% घोषित की गई है। जून महीने में यह दर 5.08% बताई गई थी। इसके बाद से सरकारी व निजी पूंजीपतियों के सभी प्रचार माध्यमों में महंगाई कम होकर 5 साल में सबसे कम हो … More महंगाई कम होने का झूठा प्रचार

विकलांग श्रद्धा का दौर (उद्धरण)

✒️ हरिशंकर परसाई | ‘सर्वहारा’ #57 (16 अगस्त 2024) (महान प्रगतिशील लेखक और व्यंगकार की याद में उनकी लघुकथा ‘विकलांग श्रद्धा का दौर‘ से उद्धरण) श्रद्धेय बन जाने की इस हलकी-सी इच्छा के साथ ही मेरा डर बरकरार है। श्रद्धेय बनने का मतलब है ‘नॉन परसन’ – ‘अव्यक्ति’ हो जाना। श्रद्धेय वह होता है जो … More विकलांग श्रद्धा का दौर (उद्धरण)