नयी मानवता – रामवृक्ष बेनीपुरी की रचना ‘लाल रूस’ से (भाग-2)
रामवृक्ष बेनीपुरी | ‘सर्वहारा’ #68-69 (16 जनवरी / 1 फरवरी 2025) (3) आयोजित अर्थनीति व्यक्तिगत सुरक्षा का इत्मीनान सबको दिलाती है। कहीं बीमार हो गया तो मेरा और मेरे परिवार का क्या होगा? बुढ़ापे में किसका सहारा मैं लूँगा? इन सब बातों की चिन्ता पूँजीवादी समाज में मानवता को व्याकुल किये रहती है। इस चिन्ता … More नयी मानवता – रामवृक्ष बेनीपुरी की रचना ‘लाल रूस’ से (भाग-2)



