इस अंक में :
▪️ [संपादकीय] फासीवाद की नई प्रयोगशाला – यूपी मॉडल
▪️ [श्रम सुधार] श्रम संहिताओं का आगमन – श्रमिक अधिकारों का अवसान // एस. राज
▪️ [कृषि विधेयक] कृषि नीति के मौजूदा बदलाव : सरमाएदारों पर महर – गरीबों पर कहर // एस. वी. सिंह
▪️ अभूतपूर्व बेरोजगारी और भारतीय पूंजीवाद // प्रसाद वी.
▪️ [इतिहास के पन्नों से] सोफी शोल : फासीवाद विरोधी बहादुर योद्धा // एम. असीम
▪️ [ग्राउंड रिपोर्ट] मजदूरों का अखिल भारतीय प्रदर्शन – 23 सितंबर 2020
▪️ [ग्राउंड रिपोर्ट] राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस – 17 सितंबर 2020